मिसाइल का आविष्कार किसने किया और कब?

Missile Ka Avishkar Kisne Kiya Aur Kab : क्या आप जानते हैं Missile का आविष्कार किसने और कब किया था, यदि आप नही जानते कि की मिसाइल की किसके द्वारा और कब हुई तो कोई बात नहीं। इस आर्टिकल में आपको मिसाइल का आविष्कार किसने किया और कब? (Missile Ka Avishkar Kisne Kiya Aur Kab) और उससे जुड़े मिसाइल क्या होती है – मिसाइल कितने तरह की होती है – Missile कैसे उड़ता है – सर्वप्रथम मिसाइल का आविष्कार किसने किया या सर्वप्रथम मिसाइल की खोज किसके द्वारा हुई और किस देश ने की।

यदि आप भारतीय है तो आपको यह मालूम होना चाहिए कि भारत में Missile का आविष्कार किसने किया था, प्रथम मिसाइल किसने बनाया और Missile के जनक किसे माना जाता है या इसके अविष्कारक साइंटिस्ट कौन है।

आईए अब जानते है की मिसाइल का आविष्कार या मिसाइल की खोज किसके द्वारा और कब की गई (Missile Ka Avishkar Kisne Kiya) –

मिसाइल का आविष्कार कब और किसने किया?

दुनिया की प्रथम बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic Missile) V -2 Rocket थी, जिसे दूसरे विश्व युद्ध के टाइम Germany के Nazi में बनाया गया था। मिसाइल का आविष्कार Walter Dornberger and Wernher von Braun ने किया था। इस Missile को पहली बार लंदन, इंग्लैंड पर अटैक करने के लिए साल 1944 में उपयोग किया गया था। अब आपको मालूम चल गया होगा कि मिसाइल का आविष्कार किसने और कब किया?

अब आपको Missile क्या है, के बारे में बताते है।

मिसाइल क्या है? What is Missile in Hindi

सेना की भाषा में Missile एक गाइडेड एयरबोर्न रेंजेड (Guided Airborne Ranged) हथियार है जो हमेशा Jet Engine या Rocket Motor द्वारा स्व-चालित उड़ान भरने में सफल होता है । इस प्रकार  मिसाइलों को गाइडेड (Guided) मिसाइल बोला जाता है।

WhatsApp Channel Join Now

मिसाइल एक ऐसा प्रक्षेपास्त्र (Rocket) है जिसे बिना किसी चालक के पृथ्वी के कंट्रोल रूम से पसंदीदा लोकेशन पर अटैक या हमला करने के लिए आसानी से भेजा जा सकता है। आपको बताना चाहते है कि पत्थरों के टुकड़ों को फेंक कर मारना भी Missiles का आदिरूप माना जाता था। और तीर भी एक तरह के मिसाइलें ही थी। वर्तमान में इंसान ने तमाम प्रकार के Missiles बना लिए है जो पृथ्वी,आकाश और समुंद्र के सभी स्थानों से उपयोग हो सकते है।

मिसाइल कैसे उड़ता है? How does a missile fly?

मिसाइल को Rocket या Jet Engine के द्वारा लिक्विड या सॉलिड फ्यूल का उपयोग करके चलाया जाता है। और कुछ मिसाइलें हाइब्रिड टेक्नोलॉजी (Hybrid Technology) का उपयोग अपने टारगेट प्वाइंट तक पहुंचाने के लिए करती हैं।

मित्रों,Guidance System का कार्य ऊंचाई कंट्रोल तंत्र का उपयोग करके Missile को उसके वांछित उड़ान पथ में मेंटेन रखना होता है। यह हथियार की पिच(Pitch), रोल और यव को नियंत्रण करके किया जाता है। गाइडेंस सिस्टम एक ऑटोपायलट के रूप में कार्य करती है, जो उतार-चढ़ाव को कम करने का काम करती है और जो मिसाइल को उसके इच्छित उड़ान मार्ग से विक्षेपित करती हैं।

WhatsApp Channel Join Now

Related…

मिसाइल के प्रकार Types of Missiles

Missile को उनके प्रकार, लॉन्च मोड़, रेंज, प्रोपल्शन, वारहेड और गाइडेंस सिस्टम के बेसिस पर Categorise किया गया है। मिसाइल के मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं – 1. क्रूज मिसाइल और 2. बैलिस्टिक मिसाइल।

1. क्रूज मिसाइल (Cruise Missile) –

इस प्रकार की मिसाइल मानव-रहित, सेल्फ प्रोपेल्ड अर्थात ऑटोमैटिक गाइडेड मिसाइल है, जो एयरो-डायनेमिक (Aerodynamic) लिफ्ट के माध्यम से वायु में उड़ान भरती है। इस मिसाइल का इस्तेमाल कोई युद्ध सामग्री या किसी प्रमुख पेलोड को टारगेट पर दागने के लिये किया जाता है। Cruise Missile पृथ्वी के वायुमंडल के रेंज में उड़ान भरती है तथा इसमें Jet Engine तकनीक का उपयोग होता है। इसके सबसोनिक (Subsonic), सुपरसोनिक (Supersonic) और हाइपरसोनिक (Hypersonic) अलग अलग प्रकार है।

2. बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic Missile) – 

इस प्रकार की मिसाइल अपने प्रक्षेप पथ (Trajectory) पर आगे बढ़ने वाली Missile है, चाहे वह शस्त्र के तौर पर मारक क्षमता से युक्त हो या न हो। Ballistic Missile को रेंज और पृथ्वी की सर्फेस के जिस हिस्से से Launch करते है, वहां से उसके लक्ष्य तक की अधिकतम दूरी तक Payload को ले जाने के आधार पर कई भागों में विभाजित किया जाता है।

भारत में पहला मिसाइल किसने बनाया और कब?

भारत में पहली स्वदेशी बैलिस्टिक (Ballistic) पृथ्वी मिसाइल साल 1983 में भारतीय साइंटिस्ट, तथा भूतपूर्व राष्ट्रपति Shri A P J Kalam द्वारा बनाई गई थी। A P J Kalam को Missile Man Of India के नाम से भी जाना जाता हैं। भारत की प्रथम पृथ्वी मिसाइल सिस्टम में सतह से सतह पर मार करने वाली निम्न दूरी की विभिन्न सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल ( Strategic Ballistic Missile SRBM) शामिल है।

मिसाइल का इतिहास

मिसाइल का इतिहास समय के हिसाब से इस प्रकार है:

  • प्राचीनकाल: मिसाइलों का प्रारंभिक उपयोग प्राचीन समय में हुआ, जब लोग धनुष्य और बाण की मदद से उन्हें हथियार के रूप में उपयोग करते थे। यह समय बीसी (BC) में शुरू हुआ था।
  • प्रथम विश्वयुद्ध (1914-1918): पहले विश्वयुद्ध के दौरान, जर्मनी ने “वी-2” नामक बॉलिस्टिक मिसाइल का विकास किया, जो लंदन को लक्ष्य बनाने के लिए प्रयुक्त की गई थी।
  • द्वितीय विश्वयुद्ध (1939-1945): इस युद्ध के दौरान, मिसाइल प्रौद्योगिकी में विकसन हुआ, और बहुत सारी प्रकार की मिसाइलें विकसित की गईं, जैसे कि वी-2, जो नैजी के खिलाफ प्रयुक्त की गई।
  • कोल्ड वॉर (1947-1991): सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मिसाइल की रेस विकसित हुई, जिसमें इंटरकॉन्टिनेंटल बॉलिस्टिक मिसाइल्स (ICBMs) का विकास हुआ।
  • सुधारित मिसाइल प्रौद्योगिकी: आज, विभिन्न देशों ने सुधारित मिसाइल प्रौद्योगिकी विकसित की है, जिसमें बॉलिस्टिक मिसाइल्स, क्रूज मिसाइल्स, और अंतरिक्ष में मिसाइल्स शामिल हैं।

यह मिसाइल प्रौद्योगिकी के महत्वपूर्ण मोमेंट्स हैं, जिनमें उपयोग, विकास, और नियंत्रण की प्रक्रिया दिखाई गई है।

Related …

निष्कर्ष –

आशा करते है कि, दुनिया में सबसे पहले मिसाइल का आविष्कार किसने किया था और कब लेख आपको जरूर पसंद आया होगा। यादि आपके दिमाग में Missile Ki Khoj Kisne Ki या Missile Ka Avishkar Kiske Dwara  HuaTha से जुड़े किसी भी प्रकार का प्रश्न हो तो हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताए, आपकी Hindi Me Help की अवश्य की जाएगी।

आर्टिकल में Missile Ka Avishkar से जुड़े Missile Kya Hai, Missile Kitne Prakar Ke Hote Hai और Missile Kaise Udta जैसे Topics कवर किए ताकि आपको सर्वप्रथम मिसाइल की खोज किसने किया था के बारे में बेहतर से समझ में आए।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *