5kw Solar System Price in India with Subsidy in Hindi

क्या आपको पता है भारत में “5 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत सब्सिडी के साथ – 5kw Solar System Price in India with Subsidy in Hindi”, अगर आपको नहीं पता की India यानि Bharat Me 5Kw Soler System (Panel) Ki Price Subsidy Ke Sath Kitni Hai तो कोई बात नहीं हम आपको 5 KiloWatt Soler Panel Ki Price Ans Subsidy दोनों की सही जानकारी देने वाले हैं।

दोस्तों आज के जमाने में हर कोई अपने घर को अपडेट होना देखना चाहता है वह चाहे बिजली हो या अन्य चीज हो। आप में से बहुत से लोग बिजली कटौती या उससे जुड़ी संबंधित परेशानियों से परेशान रहते हैं और कोई ऐसा जुगाड़ देखते हैं कि जिससे आपको 24 घंटे बिजली मिलती रहे लेकिन यह तभी संभव है जब आप कोई रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करते हैं। जी हां दोस्तों हम बात कर रहे हैं सोलर सिस्टम की यह मार्केट में अलग-अलग वाट के रेंज में आता है। आज हम बात करेंगे 5 kilowatt सोलर सिस्टम के बारे में और उससे जुड़ी सब्सिडी के बारे में। इसको जानने से पहले आपको यह पता होना चाहिए की 5 किलो वाट सोलर सिस्टम क्या है और इससे कितनी बिजली पैदा हो सकती है और इसके लिए क्या कीमत हो सकती है।

5kw सोलर सिस्टम क्या होता है?

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5kW सोलर सिस्टम एक प्रकार की रिन्यूएबल ऊर्जा सिस्टम है जो बिजली उत्पन्न करने के लिए सौर पैनलों का उपयोग करती है। यह प्रति दिन लगभग 20 से 25 यूनिट बिजली या प्रति वर्ष लगभग 8,212 यूनिट बिजली का उत्पादन कर सकता है। इससे निकली हुई बिजली की मात्रा सोलर सिस्टम के स्थान, मौसम की स्थिति और सौर पैनलों की efficiency जैसे फैक्टर्स पर निर्भर करती है। 5 kW की सोलर सिस्टम उन घरों या व्यवसायों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो फॉसिल फ्यूल पर अपनी निर्भरता कम करना चाहते हैं और अपने energy bills पर पैसा बचाना चाहते हैं। 

5kw सोलर सिस्टम के प्रकार

  • 5 kW ऑफ ग्रिड (Off Grid) सोलर सिस्टम
  • 5 kW ऑन ग्रिड (On Grid) सोलर सिस्टम
  • 5kW हाइब्रिड (Hybrid) सोलर सिस्टम 

5kw ऑफ ग्रिड (Off Grid) सोलर सिस्टम की कीमत

5 Kilowatt ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम एक सोलर ऊर्जा सिस्टम है जो Main पावर ग्रिड से जुड़ी नहीं होती है। इसमें आमतौर पर सौर पैनल, बैटरी, चार्ज नियंत्रक और इनवर्टर शामिल होते हैं।  सौर पैनल सूरज की रोशनी इकट्ठा करते हैं और इसे बिजली में परिवर्तित करते हैं, जिसे बाद में उपयोग के लिए बैटरी में stored किया जाता है।   ऑफ-ग्रिड solar system का उपयोग आम तौर पर दूरदराज के क्षेत्रों में किया जाता है जहां मुख्य पावर ग्रिड तक पहुंच नहीं होती है या जहां ग्रिड से जुड़ने की लागत अत्यधिक अधिक होती है।

5 kW Off Grid सोलर सिस्टम ऐसे जगह के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है जहां पर लाइट की कटौती जरूरत से ज्यादा होती है। बिजली की गैर मौजूदगी पर सौर सिस्टम के द्वारा आपको सोलर एनर्जी से आपकी इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई पूरी हो जाती है। 

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  • सौर पैनल : सौर पैनल की लागत 20,000 रुपये से अधिक या कम हो सकती है। ब्रांड (Tata Solar Havells Solar, Luminous Solar आदि) और क्वालिटी के आधार पर 30,000 प्रति किलोवाट हो सकती है। 5KW सिस्टम के लिए सौर पैनलों की कुल लागत लगभग 1,00,000 रुपए से 1,50,000 रुपए के बीच हो सकती है।
  • सोलर पैनल लगभग 335 Kilowatt के रेंज में मार्केट में उपलब्ध हो सकता है।
  • इन्वर्टर : 5KW Off Grid सोलर सिस्टम के लिए इन्वर्टर की लागत 30,000 रुपए से 50,000 रुपए तक हो सकती है।
  • बैटरियां : ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए बैटरियों की लागत 20,000 रुपए से 30,000 रुपए प्रति यूनिट हो सकती है। 5 किलोवाट सिस्टम के लिए, आपको कम से कम चार बैटरी की आवश्यकता होगी, जिसकी लागत 80,000 रुपए से 1,20,000 रुपए तक हो सकती है।
  • सिस्टम स्थापित करना : सिस्टम को स्थापित करने की लागत 10,000 रुपये से लेकर 15,000 रुपए तक हो सकती है।
  • केबल और कनेक्टर : केबल और कनेक्टर की लागत 10,000 रुपये से लेकर 15,000 रुपए तक हो सकती है। यह पैसा केबल की लंबाई पर निर्भर करेगा।
  • इंस्टालेशन शुल्क : इंस्टालेशन शुल्क इंस्टालेशन के स्थान और कठिनता के आधार पर अलग अलग हो सकते हैं।  यह 10,000 रुपए से 20,000 रुपये तक होगी।

कुल मिलाकर भारत में 5kW Off Grid सोलर सिस्टम की अनुमानित लागत 3,50,000 रुपए से 5,00,000 रुपये तक हो सकती है। हालाँकि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि लागत विभिन्न फैक्टर्स के आधार पर अलग अलग हो सकती  है और इस प्लांट की लागत लगभग 50 रुपए पर वार्ड से लेकर 60 रुपए पर वार्ड तक हो सकती है। 

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5Kw On-Grid सोलर सिस्टम की कीमत

यादि बात करे 5kW On Grid सोलर सिस्टम की लगता के बारे में तो यह भी ऑफ ग्रिड के जैसे विभिन्न फैक्टर्स पर निर्भर करती है जैसे इंस्टालेशन चार्जेस,सोलर पैनल,इन्वर्टर,केबल आदि। 

5 Kilowatt On Grid सोलर सिस्टम एक बैटरी फ्री सौर सिस्टम होता है। यह सोलर सिस्टम द्वारा उत्पन्न होने वाली बीजली डायरेक्ट घरों या ऑफिसेज में यूज होने वाले डिवाइस में भेज दी जाती है और जितनी बची हुई इलेक्ट्रिसिटी Grid के माध्यम से सीधे बीजली डिपार्टमेंट में पहुंचा दी जाती है। हम आपको या स्पष्ट कर देना चाहते है कि 5 Kilowatt On Grid सोलर सिस्टम से जितनी मात्रा में बिजली बिजली डिपार्टमेंट में भेजी जाती है उतनी इलेक्ट्रिसिटी यानी बिजली का यूनिट काट या घटा दिया जाता है। इसमें भिन्न company के अलग अलग 5 Kilowatt सौर सिस्टम की लागतें या कॉस्ट अलग अलग होती है। यह सिस्टम की लागत 40 रुपए per watt से 50 रुपए per watt तक होती है। यदि इनके अनुमानित लागत पर जाए तो यह लगभग 250000 रुपए से लेकर 400000 रुपए तक होती है।

5kw हाइब्रिड (Hybrid) सोलर सिस्टम की कीमत

5 Kilowatt का Hybrid सोलर सिस्टम एक ऐसे तरह का सोलर सिस्टम होता है जिसकी कार्य करने का सिस्टम On Grid और Off Grid सोलर सिस्टम की भांति होती है। इस तरह सोलर सिस्टम से उत्पन्न या बनने वाली बिजली उपयोग के साथ साथ इस लगी Battery में स्टोर होती रहती है और यूज के बाद जो बिजली बच जाती है उसको बिजली ग्रेड के जरिए बिजली डिपार्टमेंट में वापस या भेज दी जाती है। इस प्रकार के सिस्टम ज्यादातर जहां बिजली कम कटती है ऐसी जगह पर उपयोग होता है।

हाइब्रिड सौर प्रणाली स्थापना की लागत कई कारकों के आधार पर भिन्न हो सकती है, जिनमें शामिल हैं:

  • स्थान : यह सोलर सिस्टम की लागत स्थान के आधार पर भिन्न हो सकती है।  उन क्षेत्रों में लागत अधिक हो सकती है जहां अतिरिक्त परमिट की आवश्यकता होती है या अधिक कठिन स्थापना आवश्यकताएं होती हैं।
  • उपकरण : यह सौर प्रणाली में उपयोग किए जाने वाले डिवाइस की क्वालिटी और प्रकार भी स्थापना की लागत को प्रभावित कर सकते हैं। 
  • बैटरी भंडारण क्षमता : बैटरी भंडारण सिस्टम की लागत हाइब्रिड सोलर प्रणाली में उपयोग की जाने वाली बैटरी की क्षमता और ब्रांड के आधार पर भिन्न हो सकती है।
  • सरकारी सब्सिडी : सरकार इस प्रकार के सौर ऊर्जा को अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न सब्सिडी और प्रोत्साहन प्रदान करती है। सबसे महत्वपूर्ण सब्सिडी नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRI) की सब्सिडी है, जो आवासीय प्रतिष्ठानों के लिए कुल सिस्टम लागत का 40% तक प्रदान करती है।

उपर्युक्त फैक्टर्स के आधार पर भारत में 5 kW Hybrid सोलर सिस्टम की लागत लगभग 4 लाख रुपये से 6 लाख रुपये तक हो सकती है।  

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5 KW का सोलर सिस्टम प्लांट लगवाने पर कितनी बिजली उत्पन्न होगी?

5 Kilowatt का सोलर सिस्टम प्लांट प्रतिदिन करीबन 20 से 25 यूनिट बिजली उत्पन्न कर सकता है। इसका मतलब है कि यह सिस्टम प्रतिदिन औसतन 22.5 यूनिट बिजली पैदा करेगा।

एक वर्ष के दौरान यह सिस्टम द्वारा उत्पन्न 22.5 x 365 = 8,212.5 यूनिट बिजली तक जुड़ जाता है। हालाँकि यह सिर्फ एक अनुमान है क्योंकि उत्पन्न बिजली की वास्तविक मात्रा विभिन्न फैक्टर्स पर निर्भर करेगी जैसे कि सोलर सिस्टम का स्थान, मौसम की स्थिति और सोलर पैनलों की दक्षता आदि।

उदाहरण के लिए यदि सोलर सिस्टम हाई लेवल की धूप और न्यूनतम छाया वाले क्षेत्र में स्थित है, तो यह कम सूर्य के प्रकाश और अधिक छाया वाले क्षेत्र में स्थित सिस्टम की तुलना में अधिक बिजली उत्पन्न कर सकता है। इसी प्रकार यदि मौसम की स्थितियाँ अनुकूल हैं जैसे कि साफ़ आसमान और न्यूनतम क्लाउड कवर, तो सिस्टम अधिक बिजली उत्पन्न कर सकता है, बजाय इसके कि बार बार बारिश हो या बादल छाए रहें।

गर्मी के मौसम में एकदम कड़क धूप के समय यह लगभग एक दिन में 25 unit तक बिजली पैदा करता है। वही दूसरी तरफ अगर मौसम बारिश का है और अंधेरा है तो यह करीबन 15 unit बिजली बड़े मुस्कील से ही पैदा कर पता है।

सोलर पैनलों की एफिशिएंसी सिस्टम द्वारा उत्पन्न बिजली की मात्रा को भी प्रभावित कर सकती है। हाई efficiency वाले पैनल कम efficiency वाले पैनलों की तुलना में अधिक बिजली उत्पन्न करेंगे।

कुल मिलाकर 5 Kilowatt का सोलर सिस्टम  प्लांट विभिन्न फैक्टर्स के आधार पर प्रति वर्ष करीबन 7,300-9,125 यूनिट बिजली पैदा करने की क्षमता रखता है।

5KW (Kilowatt) सोलर सिस्टम लगवाने के लिए कितना लागत या कॉस्ट पड़ेगा?

सौर प्रणाली स्थापना की लागत कई फैक्टर्स के आधार पर अलग अलग हो सकती है जैसे- स्थान

 उपकरण, सिस्टम को स्थापित करने के लिए लागत, सरकारी सब्सिडी आदि। इन फैक्टर्स के आधार पर भारत में 5kW सोलर सिस्टम की स्थापना की लागत लगभग 2.5 lakh रुपये से 5 lakh रुपये के बीच हो सकती है। 

5kw अपग्रेड (Upgrade) सोलर सिस्टम क्या है

5 Kilowatt Upgrade सोलर सिस्टम ऐसा सौर सिस्टम है जिसमे सोलर सिस्टम channels के जरिए जो बिजली प्रोड्यूस होती है वह बिजली डायरेक्ट सोलर सिस्टम से अटैच बैटरी में संग्रहित होती जाती है। Solar System से उत्पन्न हुई बिजली डिवाइसेज में जाकर हमारे काम में मददगार साबित होती है और जो बची हुई बिजली होती है वह Battery में सेव होती रहती है वह बिजली ऐसे टाइम में उपयोग आती है जब किसी दिन सूर्य का प्रकाश किसी कारण सोलर सिस्टम तक नहीं पहुंच पाता है या बेकार मौसम के कारण अंधकार रहता है ऐसी कंडीशन में store की हुई बिजली हमारे डिवाइसेज में जाकर काम में यूजफुल साबित होती है। 

5Kw सोलर सिस्टम प्लांट लगवाने के लिए कितनी जगह की जरूरत पड़ती है?

5 Kilowatt सोलर सिस्टम प्लांट स्थापित करने के लिए आवश्यक स्थान उपयोग की जाने वाली माउंटिंग संरचना के प्रकार पर निर्भर करता है।  यदि छत पर लगाया गया है तो सिस्टम को आमतौर पर लगभग 300 से 400 वर्ग फुट की अबाधित छत की जगह की आवश्यकता होती है। यदि जमीन पर लगाया जाता है तो सिस्टम को लगभग 400 से 500 वर्ग फुट खुली भूमि की आवश्यकता होती है। हालाँकि सोलर पैनलों के स्थान और दिशा के आधार पर सटीक स्थान आवश्यकताओं को निर्धारित करने के लिए एक पेशेवर इंस्टॉलर से सलाह लेना आवश्यक है।

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5kw ,10kw ,15kw और 20kw ब्रांड में सबसे बेहतर कौन सा है?

अपने ज्यादातर लोगों को चीजों खरीद पर उनके एफिशिएंसी और सर्विस पर ज्यादा जाते हुए देखा होगा,ऐसे ही जब भी आप अपने घर या अन्य जगह पर सोलर सिस्टम लगवाते है तो उसकी सर्विस पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। हमेशा बहुत से लोग ऐसे अंदाजे में या उपर से ही इंटरनेट या अन्य ऑनलाइन सोशल मीडिया पर कोई भी सोलर सिस्टम देख लेते और उसको तुरंत पसंद करके जल्दी जल्दी में खरीद लेते हैं और खरीदने के बाद में उनको उससे जुड़ी तमाम परेशानियों से गुजरना पड़ता है क्योंकि हर किसी सोलर प्लांट की सेवाएं आपके क्षेत्र में या तो अवेलेबल नहीं होती है या फिर नमात्र होती है जिससे आपको परेशानी हो जाती है।

5 KiloWatt – यह साइज में छोटे से मीडियम आकार के घरों या मीडियम ऊर्जा जरूरतों वाले केबिनों के लिए उपयुक्त है। यह रेफ्रिजरेटर, लाइट और छोटे इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे बेसिक डिवाइसेज को बिजली दे सकता है। एक 5kW सोलर सिस्टम प्रति दिन 15-25 kWh के बीच उत्पन्न कर सकती है, जो लगभग 10-15 kWh की दैनिक खपत वाले घर को बिजली देने के लिए पर्याप्त है।

10 KiloWatt – यह साइज हाई एनर्जी जरूरत वाले बड़े घरों या केबिनों के लिए उपयुक्त है। यह एयर कंडीशनिंग यूनिट और बड़े रेफ्रिजरेटर सहित अधिक डिवाइसेज और इलेक्ट्रॉनिक्स को पावर प्रदान कर सकता है। एक 10kW सोलर सिस्टम  प्रति दिन 30-50 kWh के बीच उत्पन्न कर सकती है, जो लगभग 20-30kWh की दैनिक खपत वाले घर को बिजली देने के लिए पर्याप्त है।

15 KiloWatt – यह साइज कमर्शियल या इंडस्ट्रियल एप्लीकेशन जैसे छोटे बिजनेस या कृषि कार्यों के लिए उपयुक्त है। यह बड़े उपकरणों और मशीनरी को पावर प्रदान कर सकता है।  एक 15kW सोलर सिस्टम प्रति दिन 45-75 kWh के बीच उत्पन्न कर सकती है, जो लगभग 30-50 kWh की दैनिक खपत वाले एक छोटे बिजनेस को बिजली देने के लिए पर्याप्त है।

20 KiloWatt – यह साइज बड़े कमर्शियल या इंडस्ट्रियल अनुप्रयोगों जैसे बड़े बिजनेस या मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं के लिए उपयुक्त है। यह एक साथ कई डिवाइसेज और मशीनरी को बिजली दे सकता है। एक 20kW सोलर सिस्टम प्रति दिन 60-100 kWh के बीच उत्पन्न कर सकती है, जो लगभग 40-60 kWh की दैनिक खपत वाले एक बड़े व्यवसाय को बिजली देने के लिए पर्याप्त है।

5kW सोलर प्लांट लगवाने के फायदे

5 Kilowatt का सोलर सिस्टम प्लांट लगाने के कई फायदे हैं। यहां कुछ सबसे महत्वपूर्ण फायदे दिए गए हैं:

  • बिजली बिल में कमी : 5 kW का सोलर सिस्टम लगाकर आप अपने बिजली बिल को काफी कम कर सकते हैं। यह सिस्टम सूर्य से बिजली उत्पन्न करती है, जिसका अर्थ है कि आप पारंपरिक बिजली सोर्सेज पर कम निर्भर रहेंगे जिसके परिणामस्वरूप बिजली का बिल कम आएगा।
  • पर्यावरण के अनुकूल : सोलर एनर्जी एक स्वच्छ और रिन्यूएबल ऊर्जा स्रोत है जो हानिकारक उत्सर्जन उत्पन्न नहीं करता है। 5 kW सोलर सिस्टम लगवाने पर आप अपने कार्बन पदचिह्न को कम करेंगे और जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करेंगे।
  • संपत्ति का मूल्य बढ़ना : सोलर सिस्टम लगाने से आपकी संपत्ति की वैल्यू बढ़ सकती है। सौर ऊर्जा सिस्टम वाले घरों की मांग अधिक है और खरीदार सोलर पैनल स्थापित घरों के लिए प्रीमियम का पेमेंट करने को तैयार हैं।
  • टैक्स प्रोत्साहन : सोलर सिस्टम स्थापित करने वाले घर मालिकों के लिए विभिन्न टैक्स प्रोत्साहन उपलब्ध हैं। ये इंसेंटिव इंस्टालेशन की लागत को काफी कम कर सकते हैं और घर मालिकों के लिए सोलर एनर्जी को अधिक सुलभ बना सकते हैं।
  • ऊर्जा स्वतंत्रता : अपनी बिजली पैदा करने से आप ग्रिड और पारंपरिक बिजली सोर्सेज पर कम निर्भर होंगे।  इसका मतलब है कि आपका अपने ऊर्जा उपयोग और लागत पर अधिक कंट्रोल होगा।
  • लंबे समय तक बचत: सोलर सिस्टम का जीवनकाल 25 से 30 वर्षों का होता है और इस दौरान वे बिजली से जुड़े बिलों पर महत्वपूर्ण बचत करते हैं। उचित रखरखाव के साथ एक सोलर सिस्टम दशकों तक बिजली पैदा करना जारी रख सकती है, जिससे घर के मालिकों को अधिक समय तक बचत मिलती है।

कुल मिलाकर 5 kW का सोलर सिस्टम स्थापित करने से घर मालिकों को महत्वपूर्ण लाभ मिल सकता है। कम ऊर्जा बिल से लेकर संपत्ति के मूल्य में वृद्धि तक, पैसे बचाने और अपने पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने की चाहत रखने वाले घर मालिकों के लिए सौर ऊर्जा एक अच्छा विकल्प है। प्रत्येक महीने आप जो बिजली बिल डिपोजिट करते हो उन सभी बिजली बिलों से आप लगभग 90% तक बच सकते है और यहां कभी कभी ऐसा होता है की किसी को तो electricity बिल भरने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती है।

इंडिया में 5KW का सोलर सिस्टम लगाने पर कितनी सब्सिडी (Subsidy) मिलेगी?

भारत में 5 Kilowatt सोलर सिस्टम स्थापित करने के लिए उपलब्ध सब्सिडी की राशि राज्य और स्पेसिफिक सब्सिडी कार्यक्रम के आधार पर अलग अलग हो सकती है। हालाँकि नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRI) 3 किलोवाट क्षमता तक के Off Grid सोलर सिस्टम या Hybrid सोलर सिस्टम के लिए बेंचमार्क लागत का 40% और 3 किलोवाट से 10 किलोवाट क्षमता के सिस्टम के लिए बेंचमार्क लागत का 20% सब्सिडी प्रदान करता है। 5 kW Off Grid सोलर सिस्टम के लिए बेंचमार्क लागत वर्तमान में लगभग 1,20,000 रुपए है। इसलिए भारत में 5 Kilowatt Off Grid सोलर सिस्टम के लिए उपलब्ध सब्सिडी लगभग 24,000 रुपए से 48,000 रुपए तक है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये सब्सिडी परिवर्तन के अधीन हैं और विभिन्न पात्रता मानदंडों पर भी निर्भर हो सकती हैं।

सोलर सिस्टम प्लांट लगवाने के लिए अप्लाई कैसे करें?

भारत में सोलर सिस्टम की स्थापना के लिए अप्लाई करने की प्रक्रिया राज्य और विशिष्ट कार्यक्रम के आधार पर अलग अलग हो सकती है। हालाँकि यहां सामान्य स्टेप दिए गए हैं जिनका आप अनुसरण कर सकते हैं:

  • रिसर्च : अपने राज्य में उपलब्ध विभिन्न सब्सिडी कार्यक्रमों, पात्रता मानदंड और सोलर सिस्टम के लिए बेंचमार्क लागत को समझने के लिए रिसर्च करें।
  • किसी विक्रेता से संपर्क करें : किसी ऐसे विक्रेता से संपर्क करें जो सोलर सिस्टम लगवाने में विशेषज्ञ हो। वे प्रक्रिया के दौरान आपका मार्गदर्शन करने में सक्षम होंगे और आपको इंस्टॉलेशन के लिए कोटेशन प्रदान करेंगे।
  • आवेदन जमा करें : एक बार जब आप विक्रेता पर निर्णय ले लेते हैं तो आपको सोलर सिस्टम की स्थापना के लिए एक आवेदन जमा करना होगा। आवेदन पत्र विक्रेता से या सरकारी वेबसाइट से प्राप्त किया जा सकता है।
  • डॉक्यूमेंटेशन : आवेदन पत्र के साथ, आपको कुछ डॉक्यूमेंट्स जमा करने होंगे जैसे पहचान का प्रमाण, एड्रेस का प्रमाण और उस संपत्ति के स्वामित्व का प्रमाण जहां सोलर सिस्टम स्थापित की जाएगी।
  • साइट निरीक्षण : आवेदन प्राप्त होने के बाद, सरकारी ऑफिसर्स आपकी प्रॉपर्टीज पर सोलर सिस्टम स्थापित करने का स्टेप का आकलन करने के लिए एक साइट निरीक्षण करेंगे।
  • अप्रूवल : यदि आपका आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो आपको उस सब्सिडी राशि के साथ एक अप्रूवल लेटर प्राप्त होगा जिसके लिए आप एलिजिबल हैं।
  • सोलर इंस्टालेशन : एक बार जब आपको अप्रूवल लेटर प्राप्त हो जाता है तो आप विक्रेता की सहायता से सोलर सिस्टम की स्थापना के साथ आगे बढ़ सकते हैं।
  • अंतिम निरीक्षण : सोलर सिस्टम को स्थापित होने के बाद सरकारी अधिकारियों द्वारा अंतिम निरीक्षण किया जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सोलर सिस्टम अप्रूवल प्लांस के अनुसार स्थापित की गई है।
  • सब्सिडी डिस्बरसेंट : एक बार अंतिम निरीक्षण पूरा हो जाने और सभी आवश्यकताएं पूरी हो जाने पर, सब्सिडी अमाउंट आपके बैंक खाते में वितरित कर दी जाएगी।

निष्कर्ष –

आशा करते हैं कि आपको यह लेख जरूर पसंद आया होगा और 5 Kilowatt सोलर सिस्टम और उससे जुड़ी सब्सिडी के बारे में तमाम जानकारी प्राप्त हो गई होगी। अपने 5 Kilowatt सोलर सिस्टम के लाभ और इससे जुड़ी सब्सिडी के लिए अप्लाई कैसे करें आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। यदि आप कभी भी 5kW सोलर सिस्टम लगवाने की सोचते हैं तो हमेशा एक्सपर्ट की सुने और एक्सपर्ट का यह मानना है की आपको On-Grid सोलर सिस्टम (कम बिजली कटौती के अंडर) के लिए विजिट करने की एडवाइस देते हैं, क्योंकि Grid System पर 5kW महंगा नही है और उसी पर लगभग 40% Subsidy भी मिलती है। यादि आप 2.5 घंटे से ज्यादा समय से बिजली गुल होने की दिक्कत को सह रहे हैं तो Off Grid सोलर सिस्टम या Hybrid सोलर सिस्टम का इस्तेमाल करें।

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