GPS कैसे काम करता है? What is GPS and how does it work in Hindi

नमस्कार जी! इस आर्टिकल में आपको GPS कैसे काम करता है? What is GPS and how does it work in Hindi के बारे में विस्तृत जानकारी बताने वाले हैं। 

क्या आप जानते हैं जीपीएस क्या होता है और जीपीएस काम कैसे करता है अगर आप नहीं जानते कि जीपीएस कितने प्रकार का होता है और जीपीएस के उपयोग क्या है तो कोई बात नहीं आज हम आपको जीपीएस के फायदे और नुकसान, जीपीएस का फुल फॉर्म के बारे में सही जानकारी देने वाले हैं। ताकि आपको GPS Kaise Kam Karta Hai, GPS Kya Hota Hai, GPS Ka Full Form in Hindi के बारे में अच्छे से पता चल सके। 

Technology Digital के समय में जीपीएस लोकेशन (GPS Location) का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है। आज कल 90% लोग Mobile, Computer, Laptop में GPS का उपयोग करते हैं। जब भी लोग नई सिटी में या कोई नए स्थान पर जाते है तो जीपीएस का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा GPS के द्वारा पुलिस सायबर सेल शाखा चौरी या गुम होने वाले मोबाइल का पता भी GPS के द्वारा लगाते हैं। 

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इससे हमको यह पता चलता है कि वर्तमान समय में GPS का योगदान कितना महत्वपूर्ण है। अब आपके मन में ये प्रश्न जरुर उठता होगा कि जिस जीपीएस को हम यूज करते हैं आखिर यह GPS Kam Kaise Karta Hai और GPS Kya Hota Hai या GPS Ka Full Form Kya Hota Hai। 
चलिए जानते हैं जीपीएस के कार्य यानि जीपीएस कैसे काम करता है और जीपीएस क्या होता हैं के बारे में विस्तृत जानकारी।

GPS का Full Form क्या है – GPS Full Form

जीपीएस का फुल फॉर्म (GPS Full Form) यानि पूरा नाम Global Positioning System होता है। Global Positioning System का हिंदी में पूरा नाम ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम होता है।

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GPS Full Form English में Global Positioning System होता है।

जीपीएस फुल फॉर्म इन हिंदी – ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम होता है।

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GPS क्या होता है What is GPS in Hindi

जीपीएस (Global Positioning System) जिसको NavStar के नाम से भी जानते हैं, यह एक ऐसा System है जिसका यूज Android Smartphone एवं Car में रास्ते की सही लोकेशन पता लगाने में तथा अपनी खुद की लोकेशन पता लगाने में किया जाता है। आपको बता दे कि इस लोकेशन सिस्टम को सबसे पहले अमेरिका ने वर्ष 1993 में उसे करना प्रारंभ किया था।

अमेरिका के बाद कुछ समय में ही रूस देश ने भी l ऐसा ही सिस्टम डेवलप (System Devlop) किया। जिसका नाम Glonass रखा गया था। 

रूस द्वारा भी बिलकुल ऐसा ही system develop किया गया जिसे GLONASS के नाम से जाना जाता है।

बहुत सारे Modern GPS Receivers खुद की Accuracy और Coverage बढ़ाने के लिए 

कई modern GPS receivers अपनी accuracy और coverage बढ़ाने के लिए Global Possinal System एवं Russian GLONASS Satellites इन दोनों का यूज भी करते हैं।

पुराने समय में नक्षत्र देखे जाते थे लेकिन वर्तमान समय में Satellites का इस्तेमाल करते हैं। इन सभी Satellites के Group को ही GPS System कहते हैं। 

अतंरिक्ष (Space) में पृथ्वी के चारों तरफ 30 से ज्यादा Navigation Satellites गोल गोल चक्कर काट रही है, जो भूमध्य रेखा की तरफ 55 Degree झुके हुए हैं।

यह सेटेलाइट्स पृथ्वी यानि धरती की करीबन 20,000Km की की ऊंचाई पर हर दिन एक चक्कर काटती है। इसको कुछ इस तरह से सेटअप किया गया है कि पृथ्वी से देखने पर अधिकांश जगह पर 6 ही दिखाई देती है।

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GPS काम कैसे करता है? How Does GPS Work in Hindi

GPS Kaise Kam Karta Hai: जब भी हम किसी App का इस्तेमाल करते हैं तो हमसे कुछ Permission मांगी जाती है जिसमें एक GPS location की परमिशन भी शामिल होती है जिसको हमको ऑन करना पड़ता है। पृथ्वी की Orbit में घूमने वाले Satellite से मिलने वाले सिग्नल के आधार पर जीपीएस सिस्टम काम करता है। जीपीएस लोकेशन सेटेलाइट की संख्या पर निर्भर करता है जितने अधिक सैटेलाइट होंगे उतना ही सही लोकेशन का पता चल पाएगा।

Sattellite एक सुनिश्चित समय पर स्थान एवं वर्तमान समय की जानकारी के सिग्नल ट्रांसमिट करती है। उसके बाद यही सिग्नल लाइट की स्पीड यानी प्रकाश पर ट्रेवल्स करते हैं। इस तरह प्रकाश के साथ ट्रेवल्स होते हुए जीपीएस सिगनल सिग्नल रिसीवर मशीन तक पहुंचते हैं। सेटेलाइट से सिग्नल रिसीवर मशीन तक सिग्नल को पहुंचने में कितना समय लगता है यह सिग्नल रिसीवर मशीन और सेटेलाइट की दूरी पर निर्भर करता है। काम करने की इस प्रक्रिया को trilateration कहते हैं। 

अगर एक बार सेटेलाइट की आपसे दूरी का पता लग जाए तो जीपीएस से हमारी लोकेशन पता चल सकती है बता दे की यह ट्रिलेटरेशन  टेक्नोलॉजी के आधार पर काम करता रहता है।

जीपीएस का उपयोग जाने इस्तेमाल किसी विशेष स्थान, वेग और ऊंचाई आदि की गणना करने के काम में लिया जाता है। फिलहाल के समय में किसी विशेष स्थान की गणना करने के लिए एक GPS Device को न्यूनतम 4 उपग्रहों से सिग्नल पढ़ने में सक्षम होना चाहिए।

प्रत्येक उपग्रह जो एक नेटवर्क में उपस्थित होता है एक दिन में कम से कम दो बार पृथ्वी का राउंड लगाता है उसके बाद ही उपग्रह संकेत जेनरेट कर पक्षी पैरामीटर एवं समय भेजता है। एक जीपीएस उपकरण क्षमता की बात करें तो यह 6 या उससे अधिक उपग्रह के संकेतों को आसानी से पढ़ सकता है।

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जीपीएस के उपयोग Uses Of GPS in Hindi

जीपीएस का उपयोग/इस्तेमाल पूरे विश्व के करोड़ों लोगों द्वारा अलग अलग उपयोग के लिए किया जाता है, जिसमें सामान और लोगों की आवागमन पर नज़र रखना, मानचित्रण, स्थान आधारित जानकारी, सर्वेक्षण, वाहनों में नेविगेशन और सेवाएं प्रदाय करना भी सम्मिलित है।

इसके अलावा इस G.P.S प्रणाली के प्रमुख उपयोग वाणिज्यिक कार्य, वैज्ञानिक प्रयोग, सर्विलैंस और ट्रेकिंग करने, नक्शा बनाने, जमीन का सर्वेक्षण करने एवं जियोकैचिंग के लिये भी किया जाता है।

नेविगेशन (Navigation)

G.P.S कार Navigation System, Smartphone और अन्य उपकरणों में एक आम बात है जो टर्न बाय टर्न दिशा-निर्देश प्रदाय करता है एवं इस्तेमाल करने वालो को उनके लक्ष्य [Destination] तक अपना रास्ता या कोई विषेश स्थान खोजने में हेल्प करता है।

मानचित्रण व सर्वेक्षण

जीपीएस का इस्तेमाल भूमि और भावनाओं का सर्वेक्षण करने के साथ-साथ सटीक नक्शा बनाने में किया जाता है।

GPS का उपयोग सटीक नक्शे बनाने और भूमि और भवनों का सर्वेक्षण करने के लिए किया जाता है।

ट्रैकिंग Tracking

जीपीएस का उपयोग लोगों की लोकेशन का पता लगाने में वाहनों की लोकेशन पता लगाने में एवं कोई विशेष वस्तु की गति या स्थिति को ट्रैक करने में किया जाता है।

इससे फायदा यह होता है कि बड़े-बड़े वेबसाइट एवं संगठनों को अपना व्यवसाय चलाने में आसानी होती है वह घर बैठे एक मोबाइल फोन डिवाइस के द्वारा ही अपनी कंपनी में क्या हो रहा है उसे पर नजर रख सकते हैं। 

कृषि 

GPS का यूज कृषि के क्षेत्र में खेती के उपकरणों को मार्गदर्शन करने के साथ-साथ फसल की पैदावार को अनुकूलित करने के लिए भी किया जाता है। 

विमानन (Aviation)

जीपीएस का सबसे बड़ा योगदान विमान के क्षेत्र में है जहां पर जीपीएस पायलटो को सही नेविगेशन और स्थिति की जानकारी उपलब्ध करवाता है जिससे विमान या सही जगह पर सही दिशा में आवागमन कर सके।

समुद्री नेविगेशन

जीपीएस का इस्तेमाल समुद्री क्षेत्र में नाभि को द्वारा भी किया जाता है जिससे वह दिशा ना भटके एवं एक सही लक्ष्य और स्थान को ट्रैक कर सके इसमें जीपीएस का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है।

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जीपीएस के फायदे Benefits of GPS in Hindi

  • G.P.S नेविगेट करना बहुत सिंपल है क्योंकि ये आपको आपके मध्यायम लिए जाने वाले हर एक मोड़ के लिए दिशा बताता है नही तो आपको अपने स्थान तक पहुंचने के लिए अधिक टाइम की जरूरत होती है|
  • G.P.S हर मौसम में कार्य करता है इसलिए आप अन्य Navigation उपकरणों की तरह मौसम की फिक्र नहीं करना चाहेंगे|
  • अन्य Navigation System की तुलना में G.P.S की लागत बहुत कम है|
  • इस Technology का सबसे बड़ा आकर्षण पृथ्वी पर इसकी 100% कवरेज है|
  • ये आपको आस पड़ोस के रेस्टोरेंट , होटल एवं गैस स्टेशन देखने में भी मदद करता है एवं प्रतिस्थापन स्थान के लिए बहुत उपयोगी है|
  • इसकी कम खर्चे के चलते, इसे Teliphone जैसी कई अन्य प्रौद्योगिकियों में एकीकृत करना बहुत सिंपल है|
  • System को संयुक्त राज्य सरकार मध्यायम नियमित रूप से अद्यतन किया जाता है एवं इसलिए ये अत्यंत उपयोगी है|
  • ये नीर में सबसे सरल Navigation प्रणाली है क्योंकि बड़े जल/नीर निकायों में हम और हम ज्यादातर उचित दिशाओं की कमी के कारण खो जाते हैं|
  • G.P.S Signals दुनिया भर में उपलब्ध होता है| इसलिए कारण यूजर्स कहीं भी इससे दूर नहीं रहते है|
  • G.P.S का उपयोग ज्यादातर  दुनिया भर में कहीं भी किया जाता है, ये विश्व उपग्रहों मध्यायम संचालित होता है, इसलिए इसे ज्यादातर  कहीं भी एक्सेस किया जा सकता है, एक ठोस ट्रैकिंग System एवं एक G.P.S रिसीवर ही आप चाहेंगे|

जीपीएस के नुकसान Disadvantages of GPS in Hindi

  • कभी-कभी G.P.S कुछ कारणों से विफल हो सकता है एवं ऐसी स्थिति में आप एक बैकअप मानचित्र एवं दिशा-निर्देश रखना चाहेंगे|
  • यदि आप बैटरी चालित डिवाइस पर G.P.S का उपयोग कर रहे हैं, तो बैटरी खराब भी हो सकती है एवं आपको बाहरी Eletriycity आपूर्ति की जरूरत होगी जो हमेशा संभव नहीं है|
  • कभी-कभी इमारतों, पेड़ों एवं कभी-कभी भू-चुंबकीय तूफान जैसी अत्यधिक वायुमंडलीय स्थितियों के कारण Signals में आने वाली कुछ बाधाओं के कारण G.P.S Signals सटीक नहीं होते हैं|
  • G.P.S चिप Eletriycity की भूखी है जो 8 से 12 घंटे में बैटरी खत्म कर देती है| इसके लिए बैटरी को बार-बार बदलने या रिचार्ज करने की जरूरत होती है|
  • G.P.S ठोस दीवारों या संरचनाओं में प्रवेश नहीं करता है| ये बड़े निर्माणों या संरचनाओं से भी पीड़ित है

जीपीएस से लोकेशन कैसे पता करे

GPS को इस्तेमाल करना बहुत आसान है, निम्न स्टेप को फॉलो कर आप जीपीएस से Location पता कर सकते हो – 

Global Positioning System को इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले अपने Android Smartphone में जीपीएस के Option को ऑन करें –

दोस्तों आप जिस स्थान या रोड पर जाना चाहते हैं, उस जगह या स्थान का नाम नीचे Search Box में Type करें – 

अगर आप अपनी Location की स्थिति जानना चाहते हैं, Mobile की स्क्रीन पर (Map) ग्रीन कलर का Point दिखाई देगा।

जीपीएस कैसे कार्य करता है?

जब भी हम किसी App का इस्तेमाल करते हैं तो हमसे कुछ Permission मांगी जाती है जिसमें एक GPS location की परमिशन भी शामिल होती है जिसको हमको ऑन करना पड़ता है। पृथ्वी की Orbit में घूमने वाले Satellite से मिलने वाले सिग्नल के आधार पर जीपीएस सिस्टम काम करता है। जीपीएस लोकेशन सेटेलाइट की संख्या पर निर्भर करता है जितने अधिक सैटेलाइट होंगे उतना ही सही लोकेशन का पता चल पाएगा।

Conclusion –

HindiMe india Blog का यह आर्टिकल जीपीएस क्या है कैसे काम करता है के बारे में आपको बच्चा सीखने को मिला होगा अगर आपके मन में GPS Kya Hai, Gps Kaise Kam Karta Hai एवं GPS Se Location Kaise Pata Kare कोई प्रश्न हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं ताकि आपको और अच्छे से समझ पाए।

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