सौरमंडल के सभी 8 ग्रहों के नाम और उनके चित्र Names of all 8 planets of the solar system in Hindi

नमस्कार जी! क्या आप जानते हैं सौरमंडल (सौर मंडल) के सभी 8 ग्रहों के नाम क्या है, क्या आप सौर मण्डल के सभी 8 ग्रहों के चित्र देखना चाहते हैं, तो कोई बात नही हम आपको सौरमंडल के बारे में (Sormandal in Hindi) सूर्य से लेकर सभी 8 ग्रहों के नाम चित्र सहित बताने वाले हैं ताकि आपको Sormandal (Sor Mondal) K 8 Grah Ke naam Aur Unke Chitra Sahit, Saurmandal Ke Grahon Ke Naam Aur Jankari, की सही जानकारी मिल सके।

दोस्तों आज के इस आर्टिकल के जरिए हम आपको सोलर सिस्टम के सभी 8 ग्रहों से परिचित करेंगे और उनके बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। ग्रहों के बारे में जानने से पहले हमको यह पता होना चाहिए कि सोलर सिस्टम क्या होता है? और सोलर सिस्टम में क्या क्या चीज मौजूद है?

सौरमंडल (Solar System)

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सौर मंडल ग्रहों, चंद्रमाओं, क्षुद्रग्रहों, धूमकेतुओं और अन्य खगोलीय पिंडों का संग्रह है जो सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते हैं। इसमें आठ ग्रह (बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून) और उनके संबंधित चंद्रमा, साथ ही प्लूटो और सेरेस जैसे बौने ग्रह शामिल हैं। Solar System सूर्य के गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा एक साथ जुड़ा हुआ है जो सिस्टम के सेंटर में है।

Solar System के साथ 8 ग्रह (Planets) उनके उपग्रह (Asteroids) कुछ छुद्र ग्रह (Dwarf Planet) तथा विशाल संख्या में घूमकेतु (Comets) शामिल हैं।

सूर्य के चारों ओर घूमने वाले celestial बॉडी को प्लेनेट बोलते हैं तथा प्लेनेट के चारों ओर घूमने या चक्कर लगाने वाले खगोलीय पिंड को asteroids कहते हैं। प्लेनेट्स की स्पीड का नियम केप्लर (Kepler) ने स्थापित किया।

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वन एलेन बेल्ट (One Allen Belt) तथा मैग्नेटिक फील्ड इसकी ऊंचाई ग्राउंड सर्फेस से 64 Km है। यह Belt धरती के मैग्नेटिक कवर है, जिसमें सूर्य से निकले हुए Protons एवं Electrons जुड़कर पृथ्वी के चुंबकीय पावर से बंध जाती है।

सूर्य (Sun)

Solar System में मुखिया के रूप में सूर्य को जाना जाता है। ऐसा इसलिए है की सोलर सिस्टम के द्रव्य का करीबन 99.99% द्रव्य (Substance सूर्य में सहज है। सूर्य एक प्रकार का तारा (Star) है। इसका ऑर्बिटल पीरियड 25 crore year है, ब्रह्मांड वर्ष जिसे Universe Year या Cosmos Year कहा जाता है।

सूर्य एक Yellow Dwarf तारा है, जिसे G-प्रकार के मुख्य अनुक्रम तारे के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

इसका व्यास (Diameter) लगभग 1.39 मिलियन Km और द्रव्यमान (Mass) लगभग 1.99 x 10^30 किलोग्राम है।

Sun अपने axis पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूमता करता है। सूर्य एक gaseous sphere है, जिसमें 71% Hydrogen, 26.5% Helium तथा 2% भारी तत्व जैसे Lithium और Uranium हैं। 

सूर्य का सेंट्रल पोर्शन Core कहलाता है, जिसका temperature 15 Million Kelvin है तथा आउटर सर्फेस का temperature 6000°C है।

सूर्य की ऊर्जा उसके मूल में परमाणु फ्यूजन रिएक्शन द्वारा उत्पन्न होती है,जहां हाइड्रोजन परमाणु एक साथ जुड़कर हीलियम बनाते हैं।

सूर्य का चुंबकीय क्षेत्र सौर हवा के व्यवहार को प्रभावित करता है, जो पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है और अरोरा (Aurora) जैसी घटनाओं का कारण बन सकता है।

सूर्य गतिविधि के 11 साल के चक्र से गुजरता है, जिसमें सनस्पॉट गतिविधि और सौर ज्वालाओं में वृद्धि होती है।

सूर्य की ऊर्जा पृथ्वी पर जीवन के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है, जो पौधों में Photosynthesis को चलाती है और जानवरों को गर्मी प्रदान करती है।

सूर्य में कई परतें (layers) हैं, जिनमें कोर, विकिरण क्षेत्र(radiation field), संवहन क्षेत्र (convection zone), प्रकाशमंडल (Photosphere), क्रोमोस्फीयर (Chromosphere) और कोरोना(Corona) शामिल हैं।

सूर्य की संरचना (Structure)

जैसा की कोर सूर्य का केंद्रीय क्षेत्र है जहां  एटॉमिक फ्यूजन रिएक्शन होती हैं, जिससे Light और Heat के रूप में ऊर्जा उत्पन्न होती है। रेडिएशन क्षेत्र कोर को चारों ओर से घेरता है और वह स्थान है जहां रेडिएशन द्वारा ऊर्जा को बाहर की ओर ले जाया जाता है।

संवहन क्षेत्र (convection zone) सूर्य के अंदरी भाग की सबसे बाहरी परत है, जहाँ ऊर्जा का आवागमन कन्वेक्शन द्वारा होता है। इस क्षेत्र के ऊपर प्रकाशमंडल है, जो सूर्य की दृश्यमान सतह है और एक चमकदार डिस्क के रूप में दिखाई देती है।

क्रोमोस्फीयर (Chromosphere) प्रकाशमंडल के ऊपर एक पतली परत है जो सूर्य ग्रहण के दौरान लाल रंग की चमक उत्सर्जित करती है।  कोरोना सूर्य के वायुमंडल की सबसे बाहरी परत है और इसे पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य के चारों ओर एक धुंधले, सफेद प्रभामंडल (White Halo) के रूप में देखा जा सकता है। सूर्य की उज्जवल सतह को प्रकाश मंडल (Photosphere) कहते हैं। 

परिमंडल (Circle) सूर्य के चारों ओर एक पतला एनवायरनमेंट है जो टोटल सोलर एक्लिप्स के समय दिखाई देता है यह X-Rays emit करता है।

पृथ्वी की सर्फेस पर कुछ ब्लैक लाइन दिखाई प्रतीत होती है जिन्हें Fraunhofer lines के नाम से जाना जाता है।

Solar Flare सूर्य की सर्फेस से निकलने वाली बड़ी एनर्जी है जो हाई स्पीड वाले एटॉमिक न्यूक्लियस और इलेक्ट्रॉनों के रूप में होती है जिन्हें Cosmic Rays कहते हैं।

Solar Wind का जब वायुमंडल में रगड़न होता है तो पृथ्वी के दोनों poles पर चारो तरफ प्रकाश ही प्रकाश प्रतीत होता है, जिसे North Pole पर अरोरा बोरियोलिस (Aurora Borealis) और South Pole पर औरोरा ऑस्ट्रेलिस (Aurora Australis) कहते हैं।

सूर्य की उम्र 5 वर्ष है जबकि इसकी कुल लाइफटाइम 10 बिलियन यानी 1000 करोड़ वर्ष का है।

सूर्य का diameter 13 लाख 92 हजार Km है जो पृथ्वी के diameter का करीबन 110 गुना है।

सूर्य के प्रकाश यानी लाइट को पृथ्वी तक पहुंचने में करीबन 8 minute 16.6 second लगता है।

ग्रह (Planet )

ग्रह एक खगोलीय पिंड है जो एक तारे की परिक्रमा करता है। यह गोलाकार या लगभग गोलाकार होता है और अपनी कक्षा से अन्य मलबे को हटा चुका होता है।  

प्लेनेट सूर्य की परिभ्रमण करने वाले पिंड है जो सूर्य से ही उत्पन्न हुए भाग है। ये सूर्य के लाइट से ही प्रकाशित होते हैं और सूर्य से ही गर्मी प्राप्त करते हैं।

शुक्र (Venus) और अरुण (Uranus) सूरज के चारों ओर पूर्व से पश्चिम (East to West) की दिशा में परिक्रमा करते हैं जबकि अन्य सभी ग्रह पश्चिम से पूर्व (West to East) की दिशा में चक्कर लगाते हैं।

बृहस्पति (Jupiter) सोलर सिस्टम का सबसे बड़ा (Biggest) ग्रह है जबकि बुध (Mercury) सबसे छोटा (Smallest) ग्रह है।

सौरमंडल में ग्रहों का वर्णन नाम और उनके चित्र

हमारे सौर मंडल में चार प्रकार के ग्रह हैं: स्थलीय, गैस विशाल, बर्फ विशाल, और बौने ग्रह।

  • स्थलीय ग्रह(Terrestrial या Inner Planet): ये हमारे सौर मंडल के चार सबसे अंतरतम ग्रह हैं – बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल। उन्हें स्थलीय ग्रह कहा जाता है क्योंकि वे संरचना में पृथ्वी के समान हैं, एक ठोस सतह और एक चट्टानी आवरण के साथ। वे गैस जिएंट्स की तुलना में आकार में भी अपेक्षाकृत छोटे हैं। स्थलीय ग्रहों का वायुमंडल पतला होता है और वे आम तौर पर गैस जिएंटस की तुलना में सूर्य के अधिक निकट होते हैं।
  • गैस दानव ग्रह (Gas Demon Planet या Jovian या Outer Planet) : ये हमारे सौर मंडल के चार सबसे बाहरी ग्रह हैं – बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून। इन्हें गैस दानव कहा जाता है क्योंकि ये मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैस से बने होते हैं। उनके पास घना वायुमंडल है जो अंतरिक्ष तक फैला हुआ है और उनमें ठोस सतह का अभाव है। Gas giants स्थलीय ग्रहों की तुलना में बहुत बड़े हैं और उनके कई चंद्रमा और रिंग हैं।
  • बर्फ के विशालकाय ग्रह( Ice Giant Planet) : ये गैस के दिग्गजों का एक उपसमूह हैं जिनमें ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और कार्बन जैसे भारी तत्वों का अनुपात अधिक होता है। उन्हें बर्फ के दानव कहा जाता है क्योंकि उनके वायुमंडल में बड़ी मात्रा में पानी, अमोनिया और मीथेन बर्फ होती है।  हमारे सौर मंडल में दो बर्फीले विशाल ग्रह यूरेनस (Uranus) और नेपच्यून (Neptune) हैं।
  • बौने ग्रह ( Dwarf Planet) : ये छोटी वस्तुएं हैं जो सूर्य की परिक्रमा करती हैं और इनका आकार लगभग गोलाकार होता है। हमारे सौर मंडल में पाँच मान्यता प्राप्त बौने ग्रह हैं: सेरेस (Cerus), प्लूटो (Pluto), हौमिया (Haumia),माकेमाके( Makemake) और एरिस (Aris). इनका आकार हमारे सौर मंडल के कुछ बड़े चंद्रमाओं के समान है।
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सौरमंडल के आठ ग्रह

सौर मण्डल में पांच ऐसे ग्रह है जिनको आंखों से देखा जा सकता है वे हैं – बुध, शुक्र, शनि, बृहस्पति और मंगल।

आकार (shape) के अनुसार घटते क्रम (descending order) में ग्रहों का ऑर्डर – बृहस्पति< शनि< अरुण< वरुण< पृथ्वी< शुक्र< मंगल< बुध।

पृथ्वी से बढ़ती हुई दूरी के अनुसार में ग्रहों का सही ऑर्डर − शुक्र, मंगल और बृहस्पति।

1. बुध (Mercury)

बुध सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है, जिसका व्यास लगभग 4,880 Km है।

यह सूर्य के सबसे नजदीक स्थित है और इसकी परिक्रमा अवधि किसी भी ग्रह की तुलना में सबसे कम है, इसे एक परिक्रमा पूरी करने में केवल 88 पृथ्वी दिन लगते हैं।

बुध की सतह पर भारी गड्ढे हैं और इसमें कई चट्टानें और कटक हैं।

ग्रह पर बोलने के लिए कोई वायुमंडल (atmosphere) नहीं है,जिसका अर्थ है कि इसकी सतह पर सोलर रेडिएशन और उल्कापिंडों की बमबारी होती है।

सूर्य से निकटता के बावजूद भी बुध सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह नहीं है। इसमें वायुमंडल की कमी का मतलब है कि इसका एवरेज तापमान बहुत कम है, इस ग्रह के सतह पर दिन का टेंपरेचर 467° Celsius में और रात में -180° Celsius तक पहुंच जाता है।

बुध का कोई प्राकृतिक उपग्रह या चंद्रमा नहीं है।

इस ग्रह का चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी की तुलना में बहुत कमजोर है, जिसका अर्थ है कि यह सौर हवाओं और रेडिएशन के प्रति अधिक संवेदनशील है।

वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि बुध पर कभी बहुत बड़ा वातावरण रहा होगा, लेकिन सूर्य की तेज रेडिएशन से यह नष्ट हो गया।

अपने छोटे आकार और वायुमंडल की कमी के बावजूद, बुध वैज्ञानिकों के लिए अध्ययन के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रह है क्योंकि यह सोलर सिस्टम के प्रारंभिक इतिहास और पृथ्वी जैसे चट्टानी ग्रहों के निर्माण के बारे में सुराग प्रदान करता है।

2. शुक्र (Venus)

Venus सूर्य से दूसरा ग्रह है और समान आकार और संरचना के कारण इसे अक्सर पृथ्वी की बहन(sister) ग्रह के रूप में जाना जाता है।

इसका diameter लगभग 12,104 Km है, जो इसे सौरमंडल का छठा सबसे बड़ा ग्रह बनाता है।

सौर मंडल में किसी भी ग्रह की तुलना में शुक्र का दिन सबसे लंबा होता है, इसे अपनी axis पर एक चक्कर पूरा करने में 243 पृथ्वी दिन लगते हैं।

इसका वायुमंडल मुख्य रूप से Carbon Dioxide और Nitrogen से बना है, जिसमें Sulphuric Acid के बादल हैं जो धुंध की एक मोटी परत बनाते हैं जो ग्रह की सतह को अस्पष्ट करती है।

Venus की सतह का तापमान बहुत अधिक है, कुछ क्षेत्रों में यह 462° Celsius पहुँच जाता है, जिससे यह सौर मंडल का सबसे गर्म ग्रह बन जाता है।

पृथ्वी से पास होने के बावजूद भी इस ग्रह का कोई प्राकृतिक उपग्रह या चंद्रमा नहीं है।

वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि शुक्र पर कभी महासागर और अधिक अनुकूलित क्लाइमेट रही होगी।

अपने दुर्गम वातावरण के बावजूद भी Venus  वैज्ञानिकों के अध्ययन के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रह बना हुआ है।

3. पृथ्वी (Earth)

पृथ्वी सूर्य से तीसरा ग्रह है और रहने योग्य क्षेत्र में स्थित है अर्थात ये वह क्षेत्र है जहाँ जीवन जीना पूरी तरह से संभव हैं।

इसका डायमीटर लगभग 12,742 Km और द्रव्यमान (Mass) 5.97 x 10^24 Kg है।

पृथ्वी का वायुमंडल Nitrogen (78%),Oxygen (21%) और अन्य गैसों जैसे आर्गन(Argon),CO2 और नियॉन (Neon) से बना है।

इस ग्रह का एक प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा (Moon) है, जो सौरमंडल का पांचवां सबसे बड़ा चंद्रमा है।

पृथ्वी को अपनी axis पर घूमने में लगभग 24 घंटे लगते हैं, जिससे दिन और रात होते हैं।

पृथ्वी द्वारा सूरज की एक चक्कर काटने में लगा समय सौर वर्ष (Solar Year) कहलाता है।

सूर्य के चारों ओर इसकी परिभ्रमण में लगभग 365.25 दिन 5 Hours 48 Minute 46 Second लगते हैं, जो हमारे Calendar Year का आधार है।

पृथ्वी के पास एक चुंबकीय क्षेत्र है जो इसे हानिकारक सौर हवाओं और रेडिएशन से बचाता है।

पृथ्वी का shape Geode है। इसका भूमध्य रेखीय(Equatorial) व्यास 12756 Km तथा और धुर्वे (Pole) व्यास 12714 Km है। 

सूरज के बाद पृथ्वी के सबसे निकट का तारा प्रॉक्सिमा सेंचुरी (Proxima Centauri) है जो पृथ्वी से करीबन 4.22 Light Year दूर है।

ग्रह की सतह 71% पानी और 29% भूमि से ढकी हुई है, सबसे बड़ा महासागर प्रशांत महासागर है और सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट है।

पृथ्वी अपने लगभग 23.5 डिग्री के अक्षीय झुकाव के कारण ऋतुओं (Season) का अनुभव करती है।

मनुष्य हजारों वर्षों से पृथ्वी पर निवास कर रहा है और उसने इसके पर्यावरण और इकोसिस्टम पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।

4. मंगल (Mars)

मंगल ग्रह सूर्य से चौथा ग्रह है और रात के आकाश में लाल रंग के दिखने के कारण इसे अक्सर लाल ग्रह (Red Planet) कहा जाता है। इसके लालपन का कारण इसकी सतफ पर मौजूद Iron Oxide है। 

इसका व्यास लगभग 6,779 Km है, जो इसे सोलर सिस्टम का सातवां सबसे बड़ा ग्रह बनाता है।

मंगल पर एक दिन पृथ्वी से थोड़ा ही लंबा होता है, इसे अपनी धुरी पर एक चक्कर पूरा करने में 24 घंटे और 39 मिनट लगते हैं।

इसका वातावरण carbon dioxide से बना है, जिसमें थोड़ी मात्रा में नाइट्रोजन और आर्गन और ऑक्सीजन और वाटर वेपर के अंश हैं।

मंगल की सतह का तापमान शुक्र की तुलना में बहुत ठंडा है, कुछ क्षेत्रों में तापमान -125 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।

मंगल ग्रह के दो छोटे प्राकृतिक उपग्रह हैं, फोबोस (phobos) और डेमोस (demos), जिनके बारे में माना जाता है कि ये क्षुद्रग्रह हैं।

मार्स का सबसे हाई माउंटेन volcano निक्स ओलंपिया (Nix Olympia) है जो Mount Everest से 3x ऊंचा है।

वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि मंगल ग्रह पर कभी अधिक अनुकूल जलवायु रही होगी और इसकी सतह पर तरल पानी भी रहा होगा, लेकिन समय के साथ सौर हवाओं ने इसका वातावरण छीन लिया।

5. बृहस्पति (Jupiter)

बृहस्पति हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है, जिसका व्यास लगभग 139,822 Km है।

यह सूर्य से पांचवां ग्रह है और इसे अक्सर गैस दानव के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम से बना है।

Jupiter का एक दिन पृथ्वी से बहुत छोटा होता है, इसे अपनी axis पर एक चक्कर पूरा करने में केवल 9 घंटे और 56 मिनट लगते हैं।

इसका वातावरण अपने रंगीन बैंड और घूमते तूफानों के लिए जाना जाता है, जिसमें प्रसिद्ध ग्रेट रेड स्पॉट भी शामिल है, जो पृथ्वी के आकार से भी बड़ा एक विशाल तूफान है।

Jupiter के पास एक मजबूत चुंबकीय क्षेत्र है जो पृथ्वी की तुलना में लगभग 20,000 गुना अधिक मजबूत है।

Jupiter के कम से कम 79 ज्ञात चंद्रमा हैं, जिनमें चार बड़े चंद्रमा शामिल हैं जिन्हें गैलिलियन चंद्रमा के रूप में जाना जाता है: आयो(Ayo), यूरोपा(Europa), गेनीमेड(Ganimade) और कैलिस्टो(Calisto)।

ग्रह का अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण सौर मंडल के अन्य ग्रहों और क्षुद्रग्रहों की कक्षाओं पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।

Jupiter सोलर सिस्टम का सबसे बड़ा ग्रह है जो सूरज की परिभ्रमण लगभग 11 ईयर्स 315 days 1 hours में करता है। Jupiter के उपग्रह 63 है।

6. शनि (Saturn)

Saturn सूर्य से छठा ग्रह है और यह अपने प्रतिष्ठित छल्लों(रिंग्स) के लिए जाना जाता है, जो बर्फ के कणों, चट्टानों और धूल से बने होते हैं।

यह हमारे सौर मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है, जिसका diameter लगभग 116,460 Km है।

शनि का एक दिन बृहस्पति से थोड़ा छोटा होता है, इसे अपनी axis पर एक चक्कर पूरा करने में करीबन 10 hours और 33 minutes लगते हैं।

इसका वातावरण बृहस्पति के समान है जिसमें रंगीन बैंड और घुमावदार स्टोर्म हैं, जिसमें इसके नॉर्थ पोल पर हेक्सागोनल आकार का स्टोर्म भी शामिल है।

Saturn के कम से कम 82 ज्ञात चंद्रमा हैं, जिनमें सबसे बड़ा टाइटन(Titan) है जो पर्याप्त वातावरण वाला सौर मंडल का एकमात्र चंद्रमा है।

Saturn के अन्य प्रमुख उपग्रह इस प्रकार है  मिमास (Mimas), एंसिलडू (Anciludo), टेथीस(Tethees), रीया(Ria), फोवे (Fovea) आदि।

शनि ग्रह में केमिकल आर्गेनाइजेशन में मुख्यता Hydrogen और Helium तथा थोड़े मात्रा में Methane और Ammonia गैस हैं।

माना जाता है कि शनि ने प्रारंभिक सौर मंडल को आकार देने में भूमिका निभाई थी,क्योंकि इसके गुरुत्वाकर्षण ने अन्य ग्रहों के ऑर्बिटल को प्रभावित करने और उन्हें एक-दूसरे से टकराने से रोकने में मदद की थी।

7. अरुण (Uranus)

Uranus सूर्य से सातवां ग्रह है और यह अपने यूनिक झुकाव के लिए जाना जाता है, इसकी axis 98 डिग्री के कोण पर झुकी हुई है।

यह हमारे सौर मंडल का तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है, जिसका व्यास लगभग 50,724 Km है।

Uranus का एक दिन लगभग 17 घंटे लंबा होता है और सूर्य के चारों ओर एक चक्कर पूरा करने में उसे लगभग 84 पृथ्वी वर्ष लगते हैं।

इसका वायुमंडल अधिकतर हाइड्रोजन और हीलियम से बना है, जिसमें कुछ हिस्सा मीथेन हैं जो इसे नीला-हरा रंग देते हैं।

Uranus में एक कमजोर चुंबकीय क्षेत्र है जो अपनी axis के समान कोण पर झुका हुआ है, जिससे घूमते समय इसका मैग्नेटोस्फीयर (Magnetosphere) डगमगा जाता है।

Uranus के कम से कम 27 ज्ञात चंद्रमा हैं, जिनमें सबसे बड़े टाइटेनिया(Titania) और ओबेरॉन(Oberon) हैं।

Uranus का परिभ्रमण सूर्य की तरह ईस्ट से वेस्ट मे होता है। जबकि दूसरे सभी ग्रह वेस्ट से ईस्ट की ओर परिभ्रमण करते हैं। 

Uranus के चारों ओर 9 रिंग्स हैं, जिसमें पांच मुख्य रिंग्स के नाम इस प्रकार है अल्फा (Alpha) बीटा (Beta),गामा (Gamma),डेल्टा (Delta) और इप्सिलोन (Epsilon).

ऐसा माना जाता है कि यूरेनस अन्य ग्रहों के साथ गुरुत्वाकर्षण संपर्क द्वारा अपनी वर्तमान स्थिति में आने से पहले सूर्य के करीब बना था।

8. वरुण (Neptune)

Neptune सूर्य से आठवां और सबसे दूर का ग्रह है जो लगभग 4.5 अरब Km दूर स्थित है। इस प्लेनेट के चारों ओर 5 वलय (ring) हैं

यह हमारे सौर मंडल का चौथा सबसे बड़ा ग्रह है, जिसका व्यास लगभग 49,244 Km है।

नेप्च्यून का एक दिन लगभग 16 घंटे लंबा होता है और सूर्य के चारों ओर एक चक्कर काटने में लगभग 165 पृथ्वी वर्ष लगते हैं।

इसका वायुमंडल अधिकतर हाइड्रोजन और हीलियम से बना है, जिसमें कुछ हिस्से मीथेन का हैं जो इसे नीला रंग देते हैं।

नेप्च्यून के कम से कम 14 ज्ञात चंद्रमा हैं, जिनमें सबसे बड़ा ट्राइटन(Tritan) है। इस ग्रह के 8 उपग्रह है।

Neptune ग्रह को German वैज्ञानिक J.G.Gale ने साल 1846 में खोजा था, इस ग्रह को समुद्र का देवता के नाम से भी पुकारा जाता है। 

NASA के वोयाजर 2 अंतरिक्ष यान ने 1989 में अपनी उड़ान के दौरान नेप्च्यून की पहली विस्तृत छवियां और डेटा प्रदान किया।

ऐसा माना जाता है कि नेपच्यून अन्य ग्रहों के साथ गुरुत्वाकर्षण संपर्क द्वारा अपनी वर्तमान स्थिति में आने से पहले सूर्य के करीब बना था।

निष्कर्ष –

आशा करते है की आपको इस लेख के माध्यम से सौरमंडल में मौजूद 8 ग्रहों के बारे में जानकारी मिल गई होगी। हमने इस लेख में सूर्य से लेकर ग्रहों तक पूरी विस्तृत जानकारी प्रदान कराई है जो आपके ज्ञान को और भी बढ़ावा देंगे।

सभी 8 ग्रहों के नाम और उनके चित्र Names of all 8 planets and their pictures लेख समझने में आपका कोई प्रश्न हो तो आप हमें SorMondal Ke Sabhi Graho Ke Naam Aur Unke Chitra लेख के नीचे कमेंट बॉक्स में जाकर अपनी बात कह सकते हैं ताकि आपको और अच्छे से समझा सके।

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